अगर Blockchain को आसान भाषा में समझें तो यह एक विकेन्द्रीकृत डिजिटल बहीखाता (Decentralized Digital Ledger) होता हैं।
यह डेटा को ब्लाॅक्स में संग्रहीत करता हैं। यह ब्लाॅक्स क्रिप्टोग्राफ़ी द्वारा आपस में जुड़े हुये होते हैं। जिसकी एक सुरक्षित और अटुट श्रुंखला बनी होती हैं।
हर ब्लाॅक्स में लेन-देन का रेकाॅर्ड, टाइमस्टैम्प और पिछले ब्लाॅक्स का हैश कोड मौजुद होता हैं।
इसका डेटा किसी एक जगह पर नहीं बल्की बड़े नेटवर्क नोड्स पर बहुत जगह फैला होता हैं।
बिटकॉइन, इथेरियम जैसी क्रिप्टो के अलावा बैंक अतंराष्ट्रीय लेन-देन तेज और सस्ता करने के लिये ब्लाॅकचेन को इस्तमाल कर सकते हैं।
स्टाॅक: इसमें आप इक ही कंपनी में निवेश करते हो। अगर उस कंपनी में कोई दिक्कते आती है तो आपका पुरा निवेश खतरे में पड़ जाता हैं।
ब्लाॅकचेन का भविष्य उज्वल हैं। इसके जानकारो का मानना है की ब्लाॅकचेन तकनीक आनेवाले डिजिटल दुनिया का आधार बन सकता हैं।