शेयर बाजार मे भूकंप! वो 6 दिन जब थर्राया Stock Market

चीन के आर्थिक मंदी, युआन मूल्यांकन और घरेलू एनपीए बढ़ने से बाजार में गिरावट आई थी।  फरवरी 2016 में सेंसेक्स 26% तक गिरा था।  

अमेरिका के लेहमैन ब्रदर्स के पतन और सबप्राइम माॅर्गेज संकट ने वैश्विक मंदी को जन्म दिया था। जनवरी 2008 में 21,206 यानी अपने शिखर से अक्टूबर 2008 तक सेंसेक्स 60% से गिरकर 8,160 पर आ गया था।  

साल 2004 में यूपीए गठबंधन की अप्रत्याशित जीत ने निवेशकों में घबराहट पैदा कर दी थी। 17 मई, 2004 को को सेंसेक्स में 15 प्रतिशत की बड़ी गिरावट दर्ज की गई थी। 

केतन पारेख द्वारा छोटे स्टाॅक के मुल्य में हेराफेरी की गई थी। इससे मिडकैप शेयरों में 50-70 प्रतिशत तक की गिरावट देखने को मिली थी। 

साल 2000 में शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली थी। फरवरी 2000 में सेंसेक्स 5,937 से गिरकर अक्टूबर 2001 तक 3,404 तक आ गया था। 

साल 1992 में सेंसेक्स 4,467 से गिरकर एप्रिल 1993 तक 1,980 पर आ गया था। हर्षद मेहता घोटाला (1992)