Jio BlackRock Mutual Funds: अगर आप म्युचुअल फंड में निवेश करते हैं अथवा करने की सोच रहे हैं तो आपके लिये एक खुशखबरी हैं Jio BlackRock एक अच्छा मौका आपके लिये लेकर आया हैं। जियो ब्लॅकराॅक ने 1 नहीं बल्की 3 म्युचुअल फंड एक साथ लाॅन्च कर दिये हैं।

इसमे जियो ब्लॅकराॅक लिक्विड म्यूचुअल फंड, जियो ब्लॅकराॅक मनी मार्केट म्युचुअल फंड और जियो ब्लॅकराॅक ओवरनाइट म्युचुअल फंड शामिल हैं। यह 3 फंड 2 जुलै तक ओपन रहेगी।
आप इसमें ₹500 से निवेश की शुरवात कर सकते हैं। इसके बाद कितने भी अमाउंट से आप इसमें डाल सकते हैं। Allotment के 5 बिजनेस बेस के भीतर ही इन फंड्स में रेगुलर खरिदी-बिक्री हो जायेगी। तीनों डेथ फंड के सिस्टिमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिये निवेश में मिनिमम अमाऊंट ₹500 रखा गया हैं। इसके बाद आप ₹1 के मल्टिपल में राशी निवेश कर सकते हैं।
यह भी पढ़ें: SIP vs Lumpsum: निवेश का सही तरीका क्या है? आप भी कर रहे हो यह गलती? यहां है पूरा गणित!
मॅनेज करेंगे अनुभवी फंड मैनेजर
इन फंड्स को विक्रांत मेहता, अरुण रामचंद्रन और सिद्धार्थ देब मैनेज करेंगे।
फंड हाउस ने सोशल मिडिया पर लिखा हैं की, हम अपने रुटीन, रिवार्ड्स और रिटर्न सबकुछ प्लान करते हैं। लेकिन जो पैसा आपका बैंक में पड़ा हैं- उसका क्या? अब उसी पैसे को काम पर लगाईयें वह भी डिसिप्लिन और एक्सपर्ट द्वारा मैनेज किये तरिके से।
दरअसल, यह म्युचुअल फंड Nifty Liquid Index A-I को ट्रैक करेंगी। इसे यह तीनों अनुभवी फंड मैनेजर मैनेज करेंगे।
केवल डायरेक्ट और प्लान और ग्रोथ ऑप्शन
इनो तीनों की खास बात यह है की यह तीनों डायरेक्ट प्लॅन के साथ आते हैं, यानी आप इसमें सीधे फंड हाउस में निवेश कर सकते हैं।
और इनमें केवल ग्रोथ ऑप्शन उपलब्ध हैं, यानी कमाई को वापिस से निवेश किया जायेगा और समय के साथ वह बढ़ता रहेगा।
न्यूनतम कितना निवेश करना हैं?
अगर आप लंपसम में निवेश करना चाहते है तो आप कम से कम ₹500 से इसकी शुरवात कर सकते हो। इसमें आप ₹500 से SIP भी साथ में शुरु कर सकते हो। स्विच इन के लिये भी ₹500 न्यूनतम राशी जरुरी हैं।
निवेश का तरिका और उद्देश्य
इस स्किम का मकसद नियमित रिटर्न देना हैं। फंड मैनेजर ऐसे फंड चुनेंगे जो कम समय में अच्छे रिटर्नंस दे सके। साथ में पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाइड करके कम से कम जोखिम लिया जाये।
फंड की रेटिंग
रेटिंग एजेंसी ICRA ने Jio BlackRock Liquid Fund को [ICRA] A1+ mfs की प्रोविजनल रेटिंग दी हैं। ICRA के अनूसार जब वो फंड वो लाॅन्च होता है तभी इसकी रेटिंग तय हो। आनेवाली 3 महिनों बाद परफार्मेंस और क्रेडिट स्कोर का एनालिसिस किया जायेगा। अगर स्टिम का स्कोर तय मानकों पर खरा उतरा है तो उसकी वहीं रेटिंग को फायनल किया जायेगा।
Homepage | Click Here |
अन्य पढें
म्यूचुअल फंड–’सही’ या सिर्फ एक मार्केटिंग जाल? सबसे कड़वा सच!
SIP का ‘चक्रव्यूह’: क्या SIP आपका पैसा बरबाद देगा? यह 7 बातें नहीं जानी तो पैसा डूब सकता है!