90% लोग नही जानते! SIP में भी होते हैं अलग-अलग फ्लेवर! कौन सा चुनें आप? | 8 Types of SIPs: Which One is Perfect for Your Financial Goals?

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Types of SIP: कोविड के बाद से निवेश को लेकर लोग बहुत जादा सजग हो गये हैं, और SIP (Systematic Investment Plan) उसमें से एक सबसे लोकप्रिय चींज हैं। एसआईपी में आप नियमित अंतराल के बाद एक राशी निवेश करते जाते हैं। लेकिन बहुत कम लोगों को पता होता है की इसके भी अलग अलग प्रकार होते हैं। चलिये जानते हैं एसआईपी के कौन कौन से प्रकार होते हैं और कौनसे आपके लिये उपयुक्त रहेंगे।

Woman watching on laptop, a text "types of SIP"

एसआईपी क्या हैं? (SIP Meaning)

यह आर्टिकल पढ़नेवालो को SIP के बारे में पता ही होगा दरअसल एसआईपी एक निवेश योजना हैं, इसमें निवेश एक निश्चित अंतराल यानी मासिक, त्रैमासिक अथवा वार्षिक अवधी के बाद एक निश्चित राशी फंड में निवेश करता जाता हैं उसे एसआईपी कहते हैं। इसमें लंबे अवधी में निवेश से कंपाउंडिंग की ताकत बड़ा मोटा फंड बन सकता हैं।

चलिये देखते हैं एसआईपी कौन कौनसे अलग प्रकार होते हैं? और आपके लिये इसमें से कौनसा बेहतर सुट करता हैं।

यह भी पढ़ें: एसआईपी सुरक्षित होती हैं?

एसआईपी के प्रकार (Types of SIP)

1. नियमित एसआईपी (Regular SIP)- हम आमतौर पर जो एसआईपी सुनते हैं और करते हैं वह यही हैं। यह एक सामान्य और पारंपारिक प्रकार की एसआईपी होती हैं। इसमें हम एक निश्चित राशी हर महिने निवेश में निवेश करते जाते हैं। यह लंबे अवधी के निवेश के लिये एक आदर्श प्रकार माना जाता हैं।

2. स्टेप-अप एसआईपी (Step-up SIP)- इस प्रकार के एसआईपी में निवेशक अपनी निश्चित राशी या निश्चित प्रतिशत से बढ़ाता हैं। यह वेतन-वृद्धि के साथ निवेश बढ़ाने के लिये एकदम सही प्रकार हैं। फ्युचर इनकम के हिसाब से राशी बढाना, लंबी अवधी का निवेश इसके लिये यह फायदेमंद रहता हैं।

3. फ्लेजिबल एसआईपी (Flexible SIP)- इस प्रकार में निवेश अपनी मासिक निवेश राशी को अपने आय और खर्चे के अनुसार बढ़ाता और घटाता हैं। अगर आपकी इनकम फ्लक्चुऐशन वाले हैं तो आपके लिये सही रहेगा। इसमें आप आपातकालीन स्थिती में निवेश बढ़ा सकते हैं अतिरिक्त इनकम होने पर इसे घंटा भी सकते हैं।

4. ट्रिगर एसआईपी (Trigger SIP)- इसमें निवेश करने से पहले निवेशक कुछ शर्तें तय करता हैं जैसे NAV तारिख, बाजार स्तर इत्यादी। जब इनमें शर्तें पुरी होती है तभी निवेश होता हैं। यह अनुभवी निवेशकों के लिये फायदेमंद होता हैं। बाजार के उतार-चढ़ाव में यह काम आता हैं और इसमें रिस्क थोड़ा अधिक होता हैं।

5. परपेचुअल एसआईपी (Perpetual SIP)- इस प्रकार में आपकी एसआईपी हमेशा चालु रहती हैं। निवेशक इसमें जबतक चाहे तब तक निवेश शुरु रख सकता हैं। इसमें निवेशक खुदसे इसे बंद नहीं करता तक तक यह चालु ही रहता हैं। यह लगातार कंपाउंडिंग, दिर्घकालिन निवेश और रिटायरमेंट प्लानिंग के लिये उपयुक्त हैं।

6. टाॅप-अप एसआईपी (Top-up SIP)- यह बिल्कुल स्टेपअप प्रकार से मिलता जुलता हैं लेकिन यह निवेशकों को थोडा ज्यादा लचीलापन देता हैं। इसमें आप जब चाहें तब अपनी SIP राशी का टाॅप-अप यानी भुगतान कर सकते हैं। इसमें आप बोनस अथवा अतारिक्त उपलब्ध राशी या इनकम के साथ बढ़ा भी सकते हैं। इसमें किसी भी समय राशी बढ़ा सकते हैं और इसमें अधिकतम रिटर्न की संभावना भी होती हैं। 

7. मल्टीपल एसआईपी (Multiple SIP)- इसमे निवेशक एक साथ अलग अलग म्युचुअल फंड में एसआईपी शुरु कर सकता हैं। इसमें पोर्टफोलियो डायवर्सिफिकेशन होता हैं। इसमें ट्रैक करने में थोडी मुश्किल हो सकती हैं। लेकिन आप कम रिस्क और बड़ी राशी निवेश करना चाहते हैं तो यह सबसे बढ़िया प्रकार आपके लिये हो सकता हैं।

8. पर्पज बेस्ड एसआईपी (Goal-Based SIP)- यह एसआईपी किसी विशेष लक्ष यानी शिक्षा, बच्चों की पढ़ाई, घर खरिदा आदी जैसी चीजों के की जाती हैं। यह वित्तीय लक्ष्यों को पुरा करने में मदत करता हैं। इसका नुकसान बोले तो आपको लंबे अवधी के लिये इसमें निवेश करना पड़ सकता हैं।

यह भी पढ़ें: SIP सही हैं?

एसआईपी निवेश शुरु कैसे करें? (How to Start SIP?)

इसके लिये आपको नीचे दिये गये आसान स्टेप्स को फोलो करना होगा।

  • पहिले तो एक सही अच्छा म्युचुअल फंड चुने।
  • किसी सेबी रजिस्टर प्लेटफॉर्म अथवा बैंक के द्वारा इसके लिये KYC पुरा करें।
  • SIP Amount, अवधी तय करें।
  • ऑटो- डेबिट सुविधा सेट करें।

यह भी पढ़ें: सही म्युचुअल फंड कैसे चुनें?

निष्कर्ष (Final Words)

SIP के तरिके से निवेश करना आज के समय एक सरल और बेहतरिन विकल्प माना जाता हैं खासकर उनके लिये जो लंबे अवधी के लिये थोड़ी थोड़ी बचत से निवेश करना चाहते हैं। ऊपर दिये गये अलग अलग एसआईपी में से आपके लक्ष और वित्तीय स्थिती अनुसार आप सही विकल्प चुनें और अपना भविष्य फायनाशियल मजबुत बनाये।

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FAQ

प्रश्न: SIP शुरु करने के लिये कितनी राशी आवश्यक हैं?

उत्तर- आप SIP मात्र ₹500 प्रति महिना से भी शुरु कर सकते हो, इतना ही नही कई फंड तो ₹100 राशी से शुरवात करने की सुविधा भी देते हैं।

प्रश्न: SIP में कितना रिटर्न मिलता हैं?

उत्तर- यह पुरी तरह मार्केट कंडिशन अनुसार निर्भर होता है, लेकिन आजतक का इसका डाटा देखें तो लंबे अवधी में अवरेज 12-15% का सालाना रिटर्न म्युचुअल फंड द्वारा देखने को मिला हैं।

प्रश्न: SIP कब बंद कर सकते हैं?

उत्तर- आप जब चाहें अपने SIP को बंद कर सकते हैं। लेकिन आपको अच्छे रिटर्न चाहिये तो लंबे अवधी के निवेश बेहतर होता हैं।

प्रश्न: SIP करने के लिये कौनसा फंड चुने?

उत्तर- आपके लक्ष और क्षमता अनुसार आप इक्विटी, डेट अथवा हायब्रिड आदी फंड चुन सकते हो। 

प्रश्न: SIP में जमा किये पैसे कब तक वापस मिलते हैं?

उत्तर- SIP Redemption के बाद 3-5 दिनों के भीतर पैसा आपके बैंक अकाउंट में जमा हो जाता हैं।

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