Bhutan Government Bitcoin Holdings: दुनिया को पता भी नही लेकिन पीछे से हमारे पड़ोसी देश भुतान ने 1.3 अरब डॉलर के बिटकॉइन (Bitcoin) भी जमा कर लिये जो उसकी जीडिपी(GDP) के 40% हिस्सा हैं। भुटान अब दुनिया सबसे बड़ा तिसरा क्रिट्टो होल्डर बन चुका हैं। ब्लाॅकचेन पर आधारित क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन पर तो कई देश के सरकार ने भी निवेश किया हुआ हैं।

भुतान के पास कितना बिटकॉइन?
दुनियाभर में कुछ ही सालों में क्रिप्टोकरेंसी की लोकप्रियता बहुत ज्यादा बढ़ गई हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार भुतान के पास कुल 1.3 अरब डॉलर (11,000 करोड़ रुपये) बिटकॉइन के रुप में मौजुद हैं। जो की उस देश की 40% GDP का हिस्सा हैं।
दरअसल यह जानकारी का खुलासा किया है एक CryptoCurrency Plaform आर्कहम (Arkham) ने।
इसकी शुरवात कब से हुई?
साल 2020 में भुटान ने चुपचाप बिटकॉइन माइनिंग (Bitcoin Mining) की शुरवात की थी। बता दें की भूतान देश में सस्ती बिजली और भरपूर बिजली उपलब्ध हैं। इसी का फायदा उठाकर अब सबसे बड़ी तिसरा बिटकॉइन होल्डर बन गया हैं।
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बिटकॉइन माइनिंग क्या होती हैं?
दरअसल यह एक कठिन प्रकिया है जिसमें कंप्यूटर एक जटिल गणित से जूडे पहेलीया साॅल्व करके बिटकॉइन प्राप्त करते है। इस प्रोसेस के लिये बहुत जादा बिजली और महंगे कंप्युटर की आवश्यकता पड़ती हैं।
क्रिप्टो बना गेम चेंजर
जबसे कोविड 19 आया तबसे भूटान का पर्यटन इंडस्ट्री बुरी तरह प्रभावित हुआ हैं। देश के 10% लोग नौकरी की तलाश में विदेश चले गये। ऐसे में बिटकॉइन से हुई कमाई ने देश की अर्थव्यवस्था को सहारा दिया।
बिटकॉइन से सैलरी बढ़ाई
भूतान के प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे ने बताया की बिटकॉइन बेचकर सरकार ने 2 साल तक सरकारी कर्मचारियों की सैलरी बढ़ाई। उन्होंने कहा की इसकी जगह हम बिजली बेचते तो इतनी कमाई करना असंभव था। भूटान के सावरेन फंड के सीईओ उज्जवल दिपने कहा है की बिटकॉइन हमारे लिये बैटरी जैसा काम करता हैं। जो गर्मियों में बची बिजली को इस्तमाल करके पैसे में बदल देती हैं।
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