ETF की दुकान: दोस्तों, आज में एक ऐसी स्टेटर्जी आपके लिये लाया हु जिसमें आप रोज Trade भी कर सकते हैं, रिस्क ना के बराबर हैं और मार्केट चढ़े या गिरे आपको फर्क भी ना पड़े तो चलिये जानते हैं। इस स्टेटर्जी को हम कहते हैं “ETF की दुकान” और यह सचमुच उसके जैसे ही काम करती हैं।
आप अगर कोई किराने की दुकान खोलते हैं तो आपको कई सारे अलग अलग चिजे उसमें रखनी पड़ती हैं और वह कम प्राइस में खरिदकर थोड़ा डेली प्रोफिट कमाकर बेचना पढता हैं तभी वो दुकान सही से चलती है और हमारा घर उसके प्रोफिट से चलता हैं वैसी इस “ETF की दुकान” वाली तरिके मे हम बतानेवाले हैं।
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ETF क्या होता हैं?
ETF का Long Form होता हैं Exchange Traded Fund, यह एक फंड की तरह ही होता है जिसमे अलग-अलग कंपनीयो को एकसाथ उसे रिप्रेजेंट करता हैं जैसे म्यूचुअल फंड में होता हैं। म्युचुअल फंड में हम ट्रेड नहीं कर सकते लेकिन इसमें हम अन्य शेयरों की तरह ही इसमें ट्रेड कर सकते हैं।
Niftybees एक ETF हैं जो की Nifty को ट्रैक करता हैं वैसे ही अलग अलग 165 के आसपास आपको NSE पे लिस्टेड ETF मिल जायेंगे।
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ETF कि Exelsheet
इसके लिये आपको NSE के वेबसाईट पर जाकर सारे ETF Fund की Excel Sheet Download करनी हैं नहीं तो आप मेरी तयार की गई Google Sheet को भी नीचे दिये लिंक से काॅपी करके रख सकते हैं।
इसमें आपको NSE EFT कोड, ETF किस बारे हैं, CMP, 52 Week High, और इसका Percentage इतने काॅलम लेने हैं बाकी डिलिट करें और उसमें आपको Dept Fund को भी डिलिट करना हैं क्योंकी इनमें व्होलॅटिलिटी कम होती हैं और यह बहुत धीरे परफार्म करते हैं।
साथ में जो भी एक ही सेक्टर वाले फंड में जिसका भी Volume ज्यादा हैं वहीं रखना है बाकी को उस लिस्ट मे से निकाल देना हैं। अगर आपको कभी भी कुछ समझ नहीं आ रहा तो कोई बात नहीं नीचे दिया हुआ विडियो देखकर भी आप इसे आसानी से समझ सकते हैं।
अगर आपको Sheet छानने में परेशानी आ रही हैं तो आप मेरी बनाई हुई Google Sheet को सीधे काॅपी करके अपने Drive पर सेव करले। 👇
असली स्टेटर्जी जाने
अब Google Sheet तो आपको मिल गई अब आपका असली काम शुरु हुआ, अब आपको बस निचे दिये गये बातों को फोलो करना है और आपकी ETF की दुकान सजानी हैं।
- सुबह Hedge करने के हेतु बहुत सारे लोग ETF को खरिदते हैं तो आपको हर दिन दोपहर को 2:30pm से लेकर 3:30pm बजे ही इस Google sheet को देखना हैं। यह Google Finance से जुडी है इसलिये इसमें Real time यह Update होती रहेगी।
- इसमें आपको देखना हैं एक ऐसा ETF जिसका CMP (Current Price)उसके 52 Week Low से कितना ऊपर चल रहा हैं। इस हिसाब से हमको उस Google Sheet में आपको १० ETF रैंक दिखाई देंगे। जो भी सबसे उपरवाला ईटीएफ होगा यानी सबसे कम प्रतिशत बढ़ा होगा वहीं हमको खरिदना हैं। याद रखना एक दिनमे एकही ईटीएफ खरिदना हैं। आपकी जितनी पूंजी है उसे 40 हिस्सों में बांटना हैं और फिर निवेश शुरु करना हैं ऐसा ना हो की आपकी पूंजी एकबार में ही खत्म हो जाये।
- अब अगर आपने पहले दो रैंकवाले ईटीएफ खरिद लिये हैं तो आपको अगले दिन उसके निचे वाले रैंक का ईटिएफ खरिदना हैं। Google Sheet में 10 ETF तक रैंक दया हुआ हैं। जिस दिन आपके 10 के 10 Rank वाले ईटिएफ आपने खरिदे हुये मिलेंगे तो उस दिन जो भी आपके पास ईटिएफ पड़े हैं उसमें जो भी पिछलीवाली खरिदारी किंमतो से 3.14% ज्यादा गिरा हैं उसे खरिदना हैं।
- जिस दिन 10 में कोई ईटीएफ इस फाॅर्मुले में नहीं फिट बैठ रहा और कोई ETF 3.14% से ज्यादा गिरा भी नहीं हैं तो उस दिन आपको खरिददारी नहीं करनी, दुसरे दिन फिर से आपको 10 रैंकवाले ETF देखने हैं नहीं होगा तो बाद में 3.14% से ज्यादा गिरा हुआ ETF खरिदना हैं।
टार्गेट कितना होगा?
बहुत लोग यह सोच रहे होंगे की स्टेटर्जी तो होगई लेकिन अब हमें बेचना कब हैं? प्रोफिट कब बुक करना हैं? तो इसके लिये हम प्रोफिट प्रतिशत से तय करेंगे की हमें ETF को कब बेचना है।
इसके लिये आपको हम 3 Target बताते हैं अगर आपको जल्दी प्रोफिट बुक करना हैं तो आप 3.14% Profit के बाद अपना प्रोफिट बुक करें। अगर आपको थोड़े ज्यादा प्रोफिक के लिये रुक सकते हैं तो आप 4.17% को भी बाहर पड़ सकते हैं लेकिन अगर आप मेरी तरह ज्यादा समय रुक सकते हैं तो आप 6.28% Profit होने के बाद वह ETF बेच सकते हैं।
आपको इन तीन में कौनसा सही लगता हैं उस समय आप ETF को बेचें।
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महत्वपूर्ण बातें (Rules)
यह तरिका आपको अभी भी समझ नहीं आ रहा तो आप नीचे दिया हुआ विडियो को पुरा देखकर समझ सकते हैं नहीं तो आप हमे Mail करके पुछ सकते हैं हम आपको हेल्प जरुर करेंगे। इसके लिये यह कुछ बातें ध्यान में जरुर होनी चाहिये।
- अपनी पुरी पूंजी के 40 भाग करें और फिर ही निवेश करें नहीं तो आपके पास बाद में पुंजी नहीं बचेगी।
- एक दिन में एक से ज्यादा ETF में नहीं खरिदना हैं।
- अगर कोई भी ETF उस दिन रुल में नहीं बैठ रहा उस दिन बिल्कुल भी जबरदस्ती ETF नहीं खरिदना मार्केट दूसरे दिन भी खुलेगा।
- ऊपर दि गई गुगल शीट अगर स्लो लोड हो रही हैं तो आप इसे Copy करके अपने गुगल Drive रखें इससे वह Sheet आपकी बन जायेगी तो Load नहीं लेगी।
अगर आप इस तरिको को शेयर पर इस्तमाल करते हैं तो कोई भी अच्छा शेयर, कंपनी क्यु ना हो भविष्य में दिक्कत आने के बाद वो बहुत गिर सकता है या तो डिलिस्ट भी हो सकता हैं लेकिन ETF में अलग अलग कंपनी होती हैं आपका पैसा डायवर्सिफाइड होता है तो बहुत ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा इसलिये यह ETF की दुकानवाला तरिका सबसे कारगार है अगर शेयर में बिना रिस्क का निवेश करना हैं।
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FAQ
प्रश्न: ईटीएफ का मतलब क्या होता हैं?
उत्तर- ईटीएफ का मतलब होता है एक्सचेंज ट्रेडेड फंड। यह Mutual fund की तरह एक फंड होता हैं जिसमें आप ट्रेडिंग समय में ट्रेंड कर सकते हो।
प्रश्न: ETF में निवेश कैसे करें?
उत्तर- इसके लिये आपको मात्र डिमैट खाते की आवश्यकता होगी उसके बाद आप जैसे शेयर को खरिदते हैं वैसे ETF को ही खरिद सकते हैं।
प्रश्न: भारत में ईटीएफ कहां से खरीदें?
उत्तर- यह भारत के स्टाॅक्स एक्सचेंज से आप खरिद सकते हो जैसे अलग अलग शेयर खरिदते हो।
प्रश्न: क्या ईटीएफ जीरो बन सकता है?
उत्तर- यह जेरो पर जाना दुर्लभ हैं जब तक की पुरा शेयर मार्केट या सेक्टर किसी कारण ध्वस्त ना हो जाये।
प्रश्न: सबसे ज्यादा चर्चित ईटीएफ के नाम कुछ नाम कौनसे है?
उत्तर- Niftybees, Goldbees, EVBees, ITBees यह कुछ चर्चित ईटीएफ हैं।
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