
Mutual Fund SIP Truth: आजकल निवेश के बारे में किसी से भी पुछलो हर कोई एक ही कहता है SIP करलो। मोटा पैसा कमाना है SIP करलो, गाड़ी लेनी है SIP करलो, बुढ़ापा आराम से काटना है SIP करलो, करोड़पती बनाना है SIP करलो, लेकिन क्या आपको पता है कितने लोग करोड़पती बन पाते हैं? एक रिपोर्ट की माने तो 80 प्रतिशत से जादा लोग SIP को कंटिन्यू नहीं करते वो बीच में ही अपना पैसा निकाल लते हैं और सच यह है लंबे अवधी में ही पैसा बनता हैं छोटे अवधी में नहीं।
इसलिये आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से आपको SIP (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) की सच्चाई और कुछ इसके बारे में तथ्य इस आर्टिकल में बतानेवाले हैं जिसे आप हो सके तो पुरा पढ़ें ताकी आप भी SIP करते हो या आगे करना चाहते हैं तो आपके लिये यह बातें महत्त्वपूर्ण बातें पता चले।
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Mutual Fund Sahi hai! क्या सच में?
साल 1993 में एसआयपी की शुरवात हुई थी और पुरे भारत में इसका AUM था 47 हजार करोड़ था, यही आंकड़ा साल 2024 में 68 लाख करोड का था। तो इसका मतलब SIP अथवा म्युचुअल फंड में निवेश तो पहले से बहुत बढा हैं।
तो चलिये देखते हैं इसका क्या कारण हैं?
SIP Stoppage Ratio
अगर हम बात करें नवंबर 2023 तो इस महिने तक तो एसआयपी स्टोपेज लगातार बढ़ रहा था। यह रेशों 79.12 फीसदी (मई में 88.38 लाख) तक पहूंच गया था मतलब लगभग 80 प्रतिशत लोग एसआयपी शुरु तो करते हैं लेकिन बीच में ही या कम समय में ही बंद कर देते हैं।
Association of Mutual Fund in India (AMFI) अनुसार नवंबर में 49 लाख नये अकांउट खुले हैं। यह आंकड़ा अक्टुबर के 63.7 लाख से काफी कम था। नवंबर में SIP Discountinue बढ़कर 39.14 लाख पर पहुंच गया था। यह अक्टूबर के मुकाबले 38.8 लाख ज्यादा हैं।
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SIP बंद करने का मुल कारण
आनंद राठी वेल्थ की डिप्टी सीईओ फिरोज अजीज का कहना है की इस SIP स्टाॅपेज से बिल्कुल भी डरने की जरुरत नहीं हैं।
दरअसल में म्युचुअल फंड का डायरेक्ट और रेग्युलर प्लान से भी यह काफी हद तक जुड़ा हुआ हैं। डायरेक्ट सीप में टेक्नालॉजी का बड़ा हाथ होता हैं और इसे शुरु करना और बंद करना काफी आसान होता हैं, इसलिए इन्वेस्टर्स थोड़ी बहुत भी गिरावट आती है तो एसआयपी को बंद कर देते हैं। इसमें उनको सही सलाह नहीं मिलती रही इसका महत्त्वपूर्ण कारण हैं।
रेगुलर प्लान में ऐसा बिल्कुल भी नहीं होता, रेगुलर प्लान जो हम खुद से नहीं करते जो किसी बैंक, एजेंट या किसी रिश्तेदार की मदत से किया जाता हैं। इसमें फायनाशियल एडवायजरी की भुमिका होती हैं। कुल इन्वेस्टमेंट व्हाल्युम में इनकी भुमिका अहम होती हैं।
Mutual Fund से करोड़पती?
लोग कहते हैं की म्युचवल फंड सही हैं, कंपाउंडिंग से बड़ा मुनाफा कहीं नहीं हैं, अगर ऐसा है तो जादातर लोग इससे करोड़पती क्यु नहीं बन पाते इसका कारण है लोग लंबे अवधी के लिये निवेश कर ही नहीं पाते। अगर आप सारे म्यूचुअल फंड के आंकड़े देखोगे तो आपको समझ आयेगे की बहुत बार 2-3 साल में बहुत सारे फंड जादा रिटर्न नहीं देते लेकिन अगर वही आप 20 से 30 साल का डाटा देखो तो उसमें ज्यादातर आपको Compounding का Power पता चल जायेगा।
इसलिये यही सबसे बड़ा कारण है की एसआयपी में लोग लंबे अवधी के नजरिये से नहीं रह पाते इसलिये लगभग 90 प्रतिशत से ज्यादा लोग इससे पैसे नहीं बना पाते अथवा ज्यादा रिटर्न नहीं बना पाते।
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Waaren Buffet की बात
म्युचुअल फंड में आपको वारेन बफेट की एक बात हमेशा लेकर चलनी होगी, वो कहते थे…
“Be fearful when others are greedy, and be greedy when others are fearful”
मतलब सब डरे हुये हो तो आप लालची बना जाओ हो जब सब लालची बन जाये तो आप सावधान हो जाओ संभल कर चलो, यह बात अगर आपको समझ आ गई तो आप SIP और SIP Stoppage को आसानी से समझ पाओगे।
निष्कर्ष
अगर आप SIP Investment कर रहे हो अथवा करनेवाले हो तो आप लंबे अवधी के नजरीये से उसमें निवेश करने का मन बनाकर आईये फिर आप खुद से यानी डायरेक्ट प्लान में निवेश करें या रेग्युलर प्लान ( Consultant) की मदत से शुरु करें। दोनो में कौनसा भी करें लेकिन अगर आप लंबे अवधी के लिये पेशंस बनाकर इसमें निवेश में बने रहते हैं तो ही आप कह पाओ के ‘म्युचवल फंड सही हैं’ वरना बाकीओ की तरह ही आप भी SIP Stoppage वालों में गिने जाओगे।
आपको हमारा यह Mutual Fund SIP Truth पर आर्टिकल कैसा लगा यह हमें अवश्य बताईये और कोई भी सवाल और सुझाव हो तो हमें संपर्क कर सकते हैं।
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FAQ
प्रश्न: SIP का Long Form क्या हैं?
उत्तर- SIP मतलब Systematic Investment Plan होता हैं।
प्रश्न: म्युचुअल फंड के लिये क्या आवश्यक होता हैं?
उत्तर- म्युचुअल फंड के लिये आपको eKYC की आवश्यकता पड़ती है जो आप घर बैठे अपने मोबाईल द्वारा भी कर सकते हो।
प्रश्न: SIP क्या है?
उत्तर- यह एक म्युचुअल फंड मे निवेश करने का तरिका है जिसमे आप एक फिक्स्ड अंतराल के बाद एक निश्चित राशी किसी फंड में निवेश करते रहते हो।
प्रश्न: SIP में निवेश करने के लिए न्यूनतम राशि क्या है?
उत्तर- यह अलग अलग फंड्स पर डिपेंड करता है। जादातर फंड फंड में आप ₹500 में निवेश शुरु कर सकते और कई फंड मे तो आप ₹100 रुपयों से भी शुरु कर सकते हो।
प्रश्न: म्युचुअल फंड डायरेक्ट और रेग्युलर प्लान में क्या फर्क होता है?
उत्तर- डायरेक्ट म्युचुअल फंड में निवेशक सीधे असेट मैनेज फंड में निवेश करता हैं और रेगूलर फंड में वह किसी ब्रोकर अथवा डिस्ट्रीब्यूटर की सहायता से निवेश करता हैं। डायरेक्ट प्लान में कमीशन नहीं जाता।
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