अगर देखा जाये तो शेयर खरिदने से एसआयपी करना एक बेहतर विकल्प हैं, लेकिन आप एसआयपी किसमें कर रहे हों यह चींज उससे भी जादा महत्वपूर्ण होती हैं।
क्या एसआयपी करना शेयर खरीदने से बेहतर विकल्प है? (Is SIP better than Stocks) यह हम इसे आर्टिकल में आपको विस्तार से समझानें जा रहे हैं।
एसआयपी हमें क्यु करनी चाहियें?
अगर हमें हमारे पैसों से अच्छे रिटर्न प्राप्त करने हैं तो पुराने तरिके से मतलब ‘बैंक में पैसे रखना अथवा एफडी करना’ जैसे तरिको के दुर रहना सही रहेगा और हमें अगर कोई रिस्क भी नहीं चाहिये और हमें रोज उठकर उन्हें ट्रैंक भी करते रहना नहीं हैं तो आज के समय में एसआयपी भविष्य की जरुरत बन गई हैं।
एसआयपी किसमें यह सबसे महत्वपूर्ण
ज्यादातर लोग एसआयपी का मतलब ‘म्युचुअल फंड में एसआयपी’ ऐसा मानते हैं लेकिन ऐसा नहीं हैं। आप म्युचुअल फंड में ही नहीं बल्की शेयर, सोना, चांदी, क्रिप्टो जैसी चींजों में भी एसआयपी कर सकते हैं। आगे के आर्टिकल में हम सिर्फ म्युचुअल फंड में की जानेवाली एसआयपी की बात करेंगे। एसआयपी कहा और किसमें करनी सही रहती हैं यह हम आपको आगे आर्टिकल में बतानेवाले हैं।
एसआयपी बनाम स्टाॅक रिर्टन: कौनसा अच्छा?
हमने पहले भी हमारे आर्टिकल में इसपर डिटेल्स में बताया हैं लेकिन यहां भी हम यह बात आपको बताते हैं। अगर हम किसी शेयर अथवा स्टाॅक में एसआयपी करते हैं तो किसी खबर से या किसी कंपनी के नुकसान से वह शेयर अचानक से गिर सकता हैं अथवा कंपनी डिलिस्ट भी हो सकती हैं तो आपका स्टाॅक में एसआयपी का निवेश करना बहुत रिस्की माना जायेगा वहीं आप किसी म्युचुअल फंड में एसआयपी करते हो तो आपका रिस्क बहुत ही कम है जायेंगा इसलाये स्टाॅक की तुलना में म्युचुअल फंड में एसआयपी अच्छा विकल्प रहेगा।
एसआयपी में रिस्क फैक्टर
आप आज के समय किसी भी चीज में निवेश करते हो तो थोड़ा बहुत तो रिस्क हर एक सेगमेंट में रहेगा ही इसलिये कहते हैं हमें अपने सारे अंडे एक ही टोकरी में नहीं रखना हैं इससे हम रिस्क को कम से कम कर सकते हैं। लेकिन आज के समय सारे म्युचुअल फंड और स्टाॅक मार्केट की सेबी द्वारा निगरानी की जाती हैं और उसके लिये कड़े कानुन भी बनाये गये हैं और नियमित रुप से सेबी द्वारा उनके फायनाशियल आंकडो को चेक किया जाता हैं इसलिये इसे आप जादा भरोसेमंद मान सकते हों। लेकिन अगर आप कोई ग़लत सैगमेंट या किसी गलत सेक्टर के फंडों को चुनते हो जो हाई रिस्क हैं जैसे स्माॅल कैंप फंड, रियालिटी सेक्टरवाले फंड तो ऐसे केस में किसी सरकारी की निर्णय या किसी आपदा से उस सेगमेंट पर इमपॅक्ट आ सकता हैं और आपको नुकसान उठाना पड़ सकता हैं।
आप कैसे बिना किसी रिस्क के एसआयपी कर सकते हों इसका अच्छा तरिका हम आपको आगे बतानेवाले हैं।
एसआयपी करने के क्या फायदे हैं?
एसआयपी के अनेक फायदे हैं जो हमने आपको नीचे बतायें हैं-
- लंबे अवधी में कंपाउंडिंग से तगड़ा रिटर्न प्राप्त हो सकता हैं।
- एकबार फंड चुनने के बाद हमें कोई एनालिसिस नहीं करनी पड़ती यह काम फंड मैनेजर करेगा।
- शेयर मार्केट की तरह रोज उठकर देखने की जरुरत नहीं होती।
- इस प्रकार से आपका पोर्टफोलियो डायवर्सिफाइड होने में मदत मिलेगी तो रिस्क अपने आप कम हो जायेगा।
- बैंक एफडी जैसा कोई लाॅकिंग अवधी इसमें नहीं होता आप जब चाहें तब एसआयपी को बंद कर सकते हों।
क्या एसआयपी करना शेयर लेने से बेहतर विकल्प हैं?
अगर हम रिस्क, रिटर्न, डायवर्सिफिकेशन जैसे अनेक मुद्दों पर ध्यान दें तो एसआयपी करने से एक बेहतर विकल्प माना जाता हैं और आज के समय में लोंक इसे ही प्रेफरेंस दे रहे हैं।
एसआयपी करने का सबसे सटीक तरिका?
बहुतसारे लोग एसआयपी करने का शुरु तो करना चाहते लेकिन किसमें एसआयपी करें यह उनको ज़्यादातर समझ नहीं हों तो हम इसका एक सटिक, आसान और जेरो रिस्क निवेश का तरिका बतायेंगे। चलायें जानते हैं क्या हैं वो तरिका?
तरिका- हमने ऊपर बताया था की कैसे शेयर में एसआयपी करना कितना रिस्की हो सकता हैं। तो आपको इंडेक्स फंड जैसे निफ्टीबीज, गोल्डबीज जैसे फंडों में एसआयपी करना हैं क्योंकी स्टाॅक कंपनी कभी भी शुन्य या डिलिस्ट होनी की संभावना होती हैं लेकिन निफ्टी 50 जैसे इंडेक्स फंड अथवा, ऐसेट फंड कभी भी जेरो नहीं होंगे तो आप ऐसे फंड में बिना किसी डर के निवेश कर सकते हैं। इसमें रिस्क भी नही रहेगा और आपको लंबे अवधी के एसआयपी से अच्छे रिटर्न मिल सकते हैं।
कौनसा प्लॅटफार्म एसआयपी के लिये सही रहेगा?
वैसे तो म्युचुअल फंड अथवा स्टाॅक एसआयपी के लिये Groww, Zerodha, Angle One, Paytm Money, Kuvera जैसे अनेक अलग अलग प्लॅटफार्म मिलेंगे। आप चाहें तो सीधे बैंक के जरिये भी अपना खाता निकाल सकते हैं लेकिन अभी के वक्त एक्सट्रा चार्जेस और प्लॅटफार्म दिक्कतों की वजह से बैंक से डिमैंट अथवा म्युचुअल फंड खाता नही इस्तमाल करते आप सीधे ऊपर दिये गये किसी एक प्लॅटफार्म के जरिये एसआयपी की शुरवात कर सकते हैं।
एसआयपी के लिये कौनसा प्लॅटफार्म सही रहेगा?
आपको शेयर खरीदने के लिये डिमैट हो अथवा म्युचुअल फंड के लिये खाता निकलवाना हो आप जेरोधा ब्रोकर में घर बैंठे 5 मिनट में खाता निकलवा सकते हैं। क्योंकी भारत के सबसे लोग इसका ही इस्तमाल कर सकते हैं। यह यहां से आपको म्युचुअल फंड के लिये काॅईन और शेयर ट्रेडिंग/ निवेश के लिये काईट जैसे जबरदस्त ऐप्लिकेशन का भी फ्री एक्सिस मिल जायेगा जिससे आप एसआयपी की शुरवात कर सकते हों।
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FAQ
प्रश्न- कौन सा बेहतर एसआईपी या स्टॉक खरीदना है?
उत्तर: यह बहुत सारे चींजों पर अवलंबित हैं लेकिन आज के समय में एसआयपी करना रिस्क फ्री और आसान रहेगा।
प्रश्न- क्या एसआईपी में नुकसान हो सकता है?
उत्तर: हां, अगर आप हाई रिस्क फंड जैसे स्माॅल कैंप कंपनी फंड अथवा किसी एक ही सैंगमेंट के फंडों में निवेश करते हो तो इसकी संभावना हो सकती हैं।
प्रश्न- 1 साल में म्यूचुअल फंड कितना रिटर्न देता है?
उत्तर: वैसे तो यह कोई फिक्स नहीं होता लेकिन लंबे अवधी के लिये म्युचुअल फंड 7-20 या उससे ज्यादा भी रिटर्न देते हुये दिखे हैं।
प्रश्न- SIP Full Form क्या होता हैं?
उत्तर: SIP का लाॅंग फार्म Systematic Investment Plan होता हैं।
प्रश्न-कौन सा SIP लेना चाहिए?
उत्तर: मेरे हिसाब से निफ्टी बीज, गोल्ड बीज जैसे इंडेक्स फंडों में एसआयपी करना सबसे सही रहेगा।
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