“ना GST, ना मेकिंग चार्ज! ये गोल्ड खरीदने का गेम-चेंजर तरीका है!” | Gold ETF Investment in Hindi

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Gold ETF holding woman

Gold ETF: पिछले कुछ दिनों में ट्रंप Tariff और बाकी कारणों से सोने में जबरदस्त उछाल देखने को मिला हैं। अभी सोने के भाव अपने उच्च स्तर पर पहुंच चुके हैं। अभी शादीयों का सिजन शुरु हो जायेगा इसलिये सोना खरिदने में बहुत ज्यादा खर्चा हो जाता हैं। लेकिन इसमें निवेशक काफी खुश हैं। अगर आप भी Stock Market, Mutual Fund, Crypto आदी जैसे तरिके छोड़कर दुसरा कोई तरिका देख रहे हैं तो Gold Investment एक सही तरिका हो सकता हैं। चालिये जानते है Smart way of Gold Investment क्या हैं और आप कैसे कर सकते हैं।

Making Charges & GST on Gold

सोने के भाव आसमान छू रहे हैं लेकिन इससे ज्यादा बड़ी बात है की इसपर लगनेवाले Making Charges और GST Charges बढ़ते ही जा रहे हैं। जितनी किंमते बढ़ेंगी उतने ज्यादा चार्जेस खरिदनेवालो को देन पड़ते हैं। 

अगर आप सोना खरिदने जाते हैं तो आपको 24 कैरेंट के लिये ₹98,000 देने पड़ते हैं। अगर आप कोई सोने की चैन खरिदी करते हैं तो आपको उसपर 15% मेकिंग चार्जेस यानी 12,000 देना पड़ता हैं और 3% जीएसटी यानी ₹2,400 देने पड़ते हैं, मतलब आपको ₹98,000 के सोने के लिये ₹1,12,400 देने पड़ सकते हैं। 

Gold ETF

अगर आप सोने के गहने नहीं सिर्फ निवेश करना है तो आपके लिये Gold ETF Investment सबसे सही तरिका रहेगा। यह एक म्युचूअल फंड श्रेणी हैं जिसपर आपको GST और Making Charges नहीं देना होता तो आपका 18% राशी बच जायेगी। 

दरअसल यह ईटिएफ आप शेयर मार्केट से खरिद और बेच सकते हैं। आप अगर GOLD खरिदकर बेचते हैं तो आपको सोना तो नहीं मिलेगा लेकिन उसमें निवेश की गई राशी आपको मिल जायेगी।

अगर आपको गोल्ड बीज नामक ईटिएफ की जानकारी चाहिये तो आप GoldBees in Hindi इस आर्टिकल को पढ़कर जानकारी ले सकते हो।

लेकिन अगर आपको इस ETF में निवेश करना है तो आपके पास डिमैट खाता होना आवश्यक है जो की आप घर बैठे अभी के वक्त किसी भी एक ब्रोकर के पास से खुलवा सकते हो।

ETF Investment में है सबसे ज्यादा फायदा

जैसे सोने की प्राइस मे उतार चढ़ाव होगा वैसे ही आपके खरिदे हुये सोने के भाव में भी उतार चढ़ाव होने लगेगा मतलब जैसे आप ज्वैलरी लेते हैं और उसके भाव भी सोने के भाव के रुप में बदलता है लेकिन अगर आप Physical Gold Investment करते हो साथ उसका मुल्य बेचते वक्त कम पकड़ा जाता है ऊपर से खरिदते वक्त आपको भारी GST और मेकिंग चार्जेस देने होते हैं। इसलिये आपको काफी ज्यादा नुकसान हौता हैं वहीं अगर आप ETF में निवेश करते हो तो ना ही आप जीएसटी ना ही मेकिंग चार्जेस देने होते हैं और ऊपर से जो भी भाव चल रहा होगा उसमें कोई कमी नहीं पकड़ी जाती और ऊपर से आप कभी भी इसे बेच और खरिद सकते हो। 

अमेरिका जैसे देश में ईटिएफ का निवेश ज्यादातर लोगों पता भी है और बहुत सारे इसमें निवेश भी करते हैं लेकिन भारत में अभी तक बहुत सारे लोगों को ईटिएफ के बारे में पता नहीं है और पता भी है तो उनको इसके फायदे मामुल नहीं हैं।

तो अगली बार अगर Gold Nivesh के बारे में सोच रहे हैं तो आपको इसका विचार एकबार अवश्य करना चाहिये क्योंकी सिर्फ निवेश नहीं बल्की Smart Investment जरुरी है तभी आपको भविष्य में ज्यादा रिटर्न्स मिलेंगे।

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FAQ

प्रश्न- सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स क्या हैं और ये क्यों फायदेमंद हैं?

उत्तर: SGB इसे भारत सरकार द्वारा जारी किया जाता हैं। इसपर भी क़ी जीएसटी अथवा बनाने के चार्जेस नहीं लगते परंतु इसका लाॅकइन पिरेड 8 साल का होता हैं। 

प्रश्न- गोल्ड ईटिएफ क्या हैं?

उत्तर: यह शेयर बाजार में कारोबार करनेवाले फंड होते हैं जो सोने के भाव को ट्रैक करते हैं। जैसे सोने के भाव में उतार चढ़ाव होंगे वैसे इसकी किंमतो में भी उतार चढ़ाव होंगे।

प्रश्न- सोने के गहने बजाय Digital Gold क्यूं चुने?

उत्तर: डिजिटल सोने में बनाने का खर्चा अथवा कोई GST चार्जेस नहीं देना पड़ता। यह आप जब चाहें तब बेच और खरिद सकते हो।

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