डिविडेंड को हिंदी में लाभांश कहा जाता हैं। लाभांश दो शब्दों से बनता हैं लाभ+अंश यानी Profit+Part, यानी प्रोफिट का हिस्सा।
डिविडेंड का मतलब होता हैं किसी भी कंपनी में जो लाभ होता हैं उसके अंश अथवा हिस्से को डिविडेंड कहा जाता हैं। कोई भी कंपनी जब लाभ कमाती हैं तो वह कुछ लाभ को शेयर होल्डर्स में बांटती हैं।
वारेन बफेट ने एक इंटरव्यू में बताया था की उनके एक साल सिर्फ एक कोको कोला कंपनी से उनको 2700 करोंड़ का डिविडेंड मिला था।
हर कंपनी डिविडेंड देती ही हैं ऐसा नही हैं यह पुरी तरह कंपनी के बोर्ड मेंबर्स मिटिंग में तय किया जाता हैं।
कंपनी डिविडेंड क्यों देती है?
दरअसल, कंपनी अपने शेयर होल्डर्स को डिविडेंड देती हैं इसके अलग अलग कारण हैं जैसे शेयर धारकों को लाभ देना, मजबूत वित्तीय स्थिती के संकेत देना, निवेशकों में विश्वास बनाये रखना और निवेशकों की आय की जरूरतों को पुरा करना यह और ऐसे अन्य कारण भी इसमें हो सकते हैं।
अगर आसान भाषा में कहा जाये तो कंपनी डिविडेंड अपने शेयर धारकों के प्रती जिम्मेदारी निभाना और उने मुनाफे का हिस्सा देने का तरिका होता हैं।
डिविडेंड कब और कैसे मिलता है?
दरअसल, कंपनी अपने बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक में डिविडेंड की घोषणा करते हैं। इसमें डिविडेंड की राशी और भुगतान की तिथी का उल्लेख किया जाता हैं।
डिविडेंड देने के लिये एक तारिख निर्धारित की जाती हैं उसे रेकाॅर्ड डेट कहा जाता हैं। उस तारिख पर जिन निवेशकों के पास यह शेयर मौजुद होते हैं उन्हें इसका लाभ मिलता हैं।
इसमें एक एक्स डिविडेंड डेट भी होती हैं। उस दिन के बाद अगर कोई शेयर को खरिदता हैं तो उसे इस डिविडेंड का लाभ नहीं मिलता हैं।
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डिविडेंड का भुगतान कैसे किया जाता हैं?
कंपनी ने बताई रेकार्ड डेट के दिन भुगतान किया जाता हैं जो आपको बैंक ट्रांसफर अथवा कभी कभी चेक के माध्यम से मिलता हैं।
डिविडेंड की राशी आपको सीधे आपके बैंक खाते में मिलता हैं जो की आपके डिमैट से जुड़ा हुआ होता हैं। अगर आपके पास शेयर का फिजिकल सर्टिफिकेट हैं तो आपको डिविडेंड चेक के माध्यम से दिया जाता हैं।
अगर किसी कारण वंश निवेशक को डिविडेंड का भुगतान नहीं होता तो निवेशक कंपनी से संपर्क कर सकता हैं।
डिविडेंड कितने दिन में मिलता है?
जादातर वक्त डिविडेंड की घोषणा के ३० दिन भीतर आपको डिविडेंड अपने बैंक खाते में प्राप्त हो जाता हैं। कभी कभी इसे प्राप्त करने में अधिक समय भी लग सकता हैं।
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डिविडेंड कैसे चेक करें?
यह बहुत आसान विधी हैं इसमें आपको शेयर कि संख्या और कंपनी का हाल ही का DPS जानते हो तो आप आसानी से डिविडेंड का पता लगा सकते हों। आप DPS×S = D, D = आपके डिविडेंड होता हैं और S = इन्वेस्टर्स की मालकियत वाले शेयर की संख्या होती हैं।
इस फाॅर्मुले का इस्तेमाल करके आप डिविडेंड को चेक कर सकते हैं।
क्या डिविडेंड देनेवाली कंपनीया अच्छी होती है?
जादातर डिविडेंड देनेवाली कंपनीया प्राॅफिटेबल ही होती हैं और कुछ कंपनीया डिविडेंड देने की बजय उसी पैसे को अपने बिजनेस में लगाती हैं। लेकिन डिविडेंड लेने से पहले आपको उस कंपनी की हिस्ट्री और फंडामेंटल्स अवश्य चेक करने चाहिये।
डिविडेंड और डिविडेंड यील्ड में क्या अंतर होता हैं?
डिविडेंड प्रती शेयर भुगतान की जानेवाली राशी हैं, जिसकी डिविडेंड यील्ड एक प्रतिशत होता हैं जो स्टाॅक मुल्य पर निकला जाता हैं। डिविडेंड यील्ड एक वित्तीय अनुपात होता हैं जो दिखाता हैं की कंपनी सालाना अपनी स्टाॅक के कितने प्रतिशत राशी निवेशकों को लाभांश देती हैं।
डिविडेंड यील्ड से निवेशकों को कितना समझ आता है की किस स्टाॅक में निवेश करने से कितना लाभ मिल सकता हैं।
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FAQ
प्रश्न: सबसे ज्यादा डिविडेंड देने वाली कंपनीया कौन सी है?
उत्तर- पेज इंडस्ट्रीज, ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज लिमिटेड, ONGC जैसी कंपनीया सबसे ज्यादा डिविडेंड देती हैं।
प्रश्न: डिविडेंड रेकार्ड डेट क्या होती हैं?
उत्तर- यह वह दिन होता हैं जिस दिन कंपनी अपने शेयर धारकों की पहचान करने के लिये अपने रेकाॅर्ड की जांच करती हैं।
प्रश्न; डिविडेंड में एक्स डेट का मतलब क्या होता है?
Ans: यह वह दिन होता हैं जिस दिन के बाद लाभांश भुगतान का मुल्य होना बंद हो जाता हैं।
प्रश्न- एक साल में कितना बार कंपनी डिविडेंड दे सकती हैं?
उत्तर- कंपनी चाहे उतना बार एक साल में डिविडेंड दे सकती हैं।
प्रश्न: Interim और Final डिविडेंड में क्या फर्क होता हैं?
उत्तर- वित्तीय वर्ष के पहले दिया जानेवाला Interim Dividend कहलाता हैं वहीं कंपनी के जनरल मिटिंग के बाद, वित्तीय वर्ष समाप्ति बाद और अपनी वित्तीय वार्षिक स्टेटमेंट जारी करने के बाद भुगतान किया जाता जानेवाले डिविडेंड को Final Dividend कहा जाता हैं।
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