कौनसी स्टेटर्जी?
आज हम आपको ऐसी स्टेटर्जी बताने जा रहे हैं जिसमें आपको किसी भी इंडिकेटर्स को लगाने की भी आवश्यकता नहीं हैं ना ही रोज सुबह 9:15 को स्टाॅक ढुंढने की आवश्यकता हैं। यह स्टेटर्जी में आप कल के शेयर आज ही निकाल कर रख सकते हैं और यह पुरी तरह कैंडल पर यह निर्भर हैं। इसकी पुरी विधी हम आपको आगे आर्टिकल में बतायेंगे तो इसलिये यह आर्टिकल पुरा पढें ताकी आपको पुरा प्रोसेस समझ में आ जाये जो कहीं भी आपको इंटरनेट पर नहीं बताई जाती।
चलिये जानते हैं कौनसी ट्रेडिंग स्टेटर्जी सबसे अच्छी हैं? (Which trading strategy is best for beginners) और आप कैसे इसे इस्तमाल कर सकते हों।
इसमें कौनसा इंडिकेटर इस्तमाल करना हैं?
हम जो स्टेटर्जी इस आर्टिकल में आपको बताने जा रहे हैं उसमें आपको कोई भी इंडिकेटर्स इस्तमाल करने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। लेकिन आपके ट्रेंड की कन्फर्मेशन के इस्तमाल करना चाहते हैं तो आप बेशक कर सकते हैं लेकिन इससे कंफ्युजन भी पैदा हो सकता हैं और यह इंडिकेटर्स मुव्हमेट होने के बाद हमें सिग्नल्स देते हैं तो इसे कम से कम इस्तमाल करें तो ही बेहतर रह सकता हैं।
चलिये देखते हैं इसमें हम कैसे स्टाॅक को ढुंढे और कैसे यह काम करता हैं।
ट्रेंडिंग से पहले स्टाॅक्स निकल कर रखे
इसमें आपको जिस भी शेयर में ट्रेड करना हैं वह आपको पिछले दिन में ही ढुंढके रखना हैं। आपको इसमे ध्यान रखना हैं जो भी स्टाॅक आप सिलेक्ट करने रखना चाहते हो वो लिमिट से ज्यादा व्होलाटाईल नहीं होना चाहिये मतलब उसमे मुव्हमेट तो होनी ही चाहिये परंतु इतनी भी नहीं होनी चाहिये की एक गलती से आपकी राशी कम करदे।
ऐसे स्टाॅक ढुंढकर आपको वाॅचलिस्ट में रख देने हैं और जैसे मार्केट अगले दिन खुले आपको सबपर नजर रखनी हैं और उसी सिलेक्ट किये हुये स्टाॅक में आपको ट्रेड लेना हैं। ऐसा नहीं करना हैं की आपने चुने अलग स्टाॅक हैं और आप ट्रेड ले रहे हो अलग में।
यह बाते रखें यह ध्यान
- आपको सिलेक्ट करें हुये स्टाॅक्स में ही ट्रेड लेना हैं दुसरे में नहीं।
- आपको आपके हिसाब से एक राशी तय करनी हैं जिसके ऊपर आपको उस दिन लाॅस होता हैं तो आप उस दिन के लिये ट्रेंड नहीं करेंगे।
- आपको मल्टिपल ट्रेड लेने से बचना हैं चाहे कितना भी बढिया सेटअप क्यु ना दिखें।
- जिस दिन आपके चुने हुते स्टाॅक आपके मुताबिक नहीं काम कर रहे तो उस दिन जबरदस्ती ट्रेंड नहीं लेना हैं।
अगर आप ऊपरवाली सभी बातों का ध्यान रखेंगे तो ही आप इस स्टटेर्जी से प्राॅफिट कर पायेंगे नहीं तो नहीं क्योंकी इस स्टटर्जी पर मैने सालों काम किया हैं और पैसे भी बहुत कमायें हैं।
कैसे फाॅर्म हौती हैं कैंडल?
इस स्टेटर्जी को समझने के लिये आपको कैंडल कैसे बनती हैं यह समझ आना चाहिये। चलिये ऊपर दिए गये चित्र से हम इसे समझने की कोशिश करते हैं।
यहा पर हम एक दिन की यह एक कैंडल काम लेते हैं जिसकी क़िमत ऊपर जाकर क्लोज हुई हैं यहां पर b से c भाग को हम बाॅडी बोलते हैं और b से a अथवा c से d जो हैं उसे शाडो।
यहां पर शेयर की प्राइस c से शुरु हुई हैं Buyers ने उसे a तक ऊपर लेकर गये हैं लेकिन दिन के आखिर में b पर आकर क्लोज हुआ हैं। यहां पर d प्राइस दिन का लो हैं और a प्राइस दिन का हाई। यहां पर अगर हम खरिददार और बेचनेवालो के नजरिये से देखे तो यह एक खरिदार के लाये एक स्ट्राॅग कैंडल बन गया हैं। आईये समझते हैं एक दूसरे चित्र से पुरे विस्तार से।
कैंडल को ऐसे समझें?
ऊपर दिये गये इमेज को ध्यान से देखें यहांपर 4 अलग अलग कैंडल को समझते हैं ताकी आपको अच्छे से समझ आ जाये।
इसकी शुरवात करने से पहले में बतादु की यहां कर हर एक कैंडल दिखाई गई हैं वह एक दिन की हैं जो मैं खुद इस्तमाल करता हुं आप अपने अनुभव से दुसरे टाईम फ्रेम को भी इस्तमाल कर सकते हों।
यहां पर पहली कैडल को देखोगे तो वहां पर कैडल की बाॅडी लगभग पुरी भरी हुई हैं यह एक यह एक स्ट्राॅग सिग्नल की तरफ इशारा कर रहा हैं।
दुसरे कैंडल को देखोगे तो यहां भी कैंडल तो ग्रीन दिख रही हैं लेकिन ऊपर शाडो ज्यादा हैं इसका मतलब दिन के आखिर में सेलर का दवाब थोड़ा बहुत था इसीलिए ऊपर बाॅडी कम बनी हैं इसलिये ऐसी स्थिती में हमे ऐसे शेयर को वाॅचलिस्ट में नहीं रखना हैं।
तीसरी कैंडल में कलर लो लाल है लेकिन यह भी परफेक्ट कैंडल हैं सेल करने के नजरिये से तो इसे भी हम वाॅचलिस्ट में रख सकते हैं।
अब चवथे नंबर के कैंडल कर बात करते हैं। इसमे कैडल तो लाल कलर की है मतलब सेलर एक्टिवेट ज्यादा हुये लेकिन उसे आप ध्यान से देखो गे तो Buyers ने इसे ऊपर ले जाने का बहुत प्रयास करना परंतु Seller उससे भी ज्यादा एक्टिव होने की वजह इसे नीचे लाकर क्लोज कर दिया इसका मतलब यह रेड कैंडल बनी हुई हैं और आप नीचे शाडो देखोगे तो ना के बराबर हैं इसका मतलब हे एक स्ट्राॅग सेलिंग कैंडल हैं।
यहां पर आप ऊपर दिये गये १, ३ और ४ नंबर के कैंडल वाले शेयर को वाॅचलिस्ट में रख सकते हैं और २ नंबर को इग्नोर कर सकते हों।
ऐसे आपको रोज 5 से 10 शेयर निकालने हैं वाॅचलिस्ट के लिये जो आप पिछले दिन मार्केट क्लोज होने के बाद भी निकालकर रख सकते हैं इसके लिये आपको ट्रेंड करने के दिन का इंतजार नहीं करना।
इसमें टार्गेट और स्टाॅपलाॅस कितना रखना हैं यह हम आगे बतायेंगे तो चलिये जानते हैं।
स्टाॅपलाॅस और टार्गेट क्या होना चाहिये?
यहां पर आप इसमें Arrow किये हुये कैंडल को देखोगे तो आप इसमें 295.73 के ऊपर बाय करना हैं आपका टारगेट स्टाॅपलाॅस 1:1 और 1:2 रख सकते हों। टारगेट और स्टाॅपलाॅस आपके शेयर और आपके रिस्क पर निर्भर होगा इसमें आप अनुभव के साथ साथ आगे जाकर बदल भी सकते हैं।
इसमें टार्गेट और स्टाॅपलाॅस बताना काफी मुश्किल हैं लेकिन आप इसमें बिना स्टाॅपलाॅस के ट्रेंड बिल्कुल भी ना करें।
क्या इस स्टेटर्जी से नुकसान हो सकता हैं?
एक बात हमेशा ध्यान रखना स्टेटर्जी कोई भी १०० परफेक्ट नहीं होती। लेकिन अगर आप ऊपर बतायें गये बातों का ख्याल रखकर अगर इसे इस्तमाल करोगे तो इसमें आपको अच्छा प्राॅफिट हो सकता हैं और कभी कभी लाॅस भी इसलिये स्टाॅपलाॅस लगाकर हमेशा चले। अगर आप ऊपर दिये गये बातों को इग्नोर करके यह नहीं बल्की कोई भी स्टेटर्जी इस्तमाल करोंगे तो आपको नुकसान तो होना तय हैं।
कौनसे स्टाॅक में यह स्टेटर्जी काम करेगी?
आप ट्रेडिंग ऐसे स्टाॅक में करते हो जिसमे थोड़ी बहुत मुव्हमेंट हो इसलिये चुनते वक्त ऐसा स्टाॅक चुनो जो रोज थोड़ी बहुत मुव्हमेंट दिखाते हो और रिस्की स्टाॅक से सबसे पहले दुर रहे। मेरे हिसाब से आप निफ्टी 100, लार्ज कैंप जैसे कैटेगरी में ही ज्यादातर स्टाॅक कौन चुनोगे तो अच्छा होगा।
यह स्टेटर्जी आप लगातार इस्तमाल करेंगे तो आपको कुछ दिनों में ऐसे स्टाॅक मिलते रहेंगे।
यह स्टेटर्जी कहा-कहा काम करेंगी?
यह स्टेटर्जी आप क्रिप्टो, इंट्रा-डे के साथ साथ निवेश के लिये इस्तमाल कर सकते हों। लेकिन लंबे अवधी के लिये आपको कैंडल टाईम फ्रेम हफ्ते या महिनों का लगाना पड़ेगा। यह आपको अनुभव से अपने आप पता चल जायेगा।
मेरी राय
आप अगर युटुब और इंस्टाग्राम पर देखेंगे तो हजारो तरह के स्टेटर्जी और कोर्सेस आपको दिखाये जायेंगे और उसमें कई तरह के इंडिकेटर्स इस्तमाल करके आपको ट्रेंडिंग स्केटर्जी बताई जायेंगे लेकिन मेरी माने तो इंडिकेटर्स हमें बाद में सिग्नल बताते हैं तो यह रिस्की हो जाते हैं। ऐसा नहीं की इसका युज नहीं होता, होता हैं लेकिन इसके लिये बहुत अनुभव की जरुरत पड़ती हैं।
इससे अच्छा हैं आप कैंडल जो फंडामेंटल हैं उसको सीखेंगे तो आप जादा प्राॅफिटेबल बनने के चान्स रहेंगे। इस स्टेटर्जी से मैंने बहुत सारा प्राॅफिट किया हैं इसलिये यह स्टेटर्जी मैंने आपके साथ शेयर किया हैं। चाहे तो आप इस बॅक टेस्ट करें, इसपर पेपर ट्रेड करके देखें फिर ही इसे इस्तमाल करें।
आपको इसे समझने में कोई भी परेशानी आती हैं तो आप मुझसे संपर्क कर सकते हैं मैं आपको जवाब जरुर दुंगा।
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FAQ
प्रश्न- इस स्टेटर्जी में कौनसा इंडिकेटर इस्तमाल करना चाहिये?
उत्तर: इसमें कोई इंडिकेटर्स इस्तमाल नहीं किया गया आप सिर्फ कैंडल के आधार पर इस स्टेटर्जी का इस्तमाल कर सकते हों।
प्रश्न- इस स्टेटर्जी के लिये टाईम फ्रेम कितना रखना हैं?
उत्तर: इसमें जनरली मैं इंट्रा-डे के लिये One Day Time Frame रखता हु। लेकिन आप अगर निवेश के लिये इस्तमाल करना चाहते हो तो उस केस में आप एक हफ्ता या एक महिने का टाईम फ्रेम भी चुन सकते हो।
प्रश्न- सबसे अच्छा ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म कौनसा हैं।
उत्तर: जेरोधा सबसे अच्छा ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म हैं जिसका इस्तमाल भारत में सबसे ज्यादा लोगों द्वारा किया जाता हैं। आप भी जेरोधा का 👉 डिमैट खाता 👈 निकाल सकते हैं।
प्रश्न- क्या यह स्टेटर्जी 100% काम करती हैं?
उत्तर: दुनिया में ऐसी कोई स्टेटर्जी नहीं बनी जो 100 % काम करती हो। अगर ऐसा होता तो हर कोई शेयर मार्केट से अमीर बन जाता। लेकिन अगर यह स्टेटर्जी आप सही तरिके से इस्तमाल करते हो तो महिने के आखिर में आप 100% आप प्राॅफिटेबल रहने के चान्स हैं।
प्रश्न- ट्रेडिंग या निवेश ? क्या करना सही?
उत्तर: अगर आपको शाॅर्ट टर्म में रिटर्न चाहिये तो आप ट्रेडिंग से वह हासिल कर सकते हैं और अगर आपको कोई जल्दी नहीं और आप लंबे अवधी के लिये निवेश कर सकते हों तो Long Term Investment सबसे अच्छा रहेगा।
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